
बच्चों को रहने के लायक पृथ्वी ग्रह की मांग करते माता-पिता एकजुट हो कर जीवाश्म ईंधन युग के अंत का आह्वान करते हैं!
दुनिया भर के माता-पिता, दादा-दादी, नाना-नानी और अभिभावक अपने प्यारे बच्चों के भविष्य के लिये सरकारों से जीवाश्म ईंधन अप्रसार संधि पर समझौता वार्ता कर के, सर्व सहमति के साथ उसे लागू करवाने की मांग करते हैं।
हम अपने बच्चों को इस दुनिया में लाते हैं फिर उन्हें उठना बैठना, बातचीत करना, और अपने आस-पास की दुनिया के कौतुहल के बारे में सिखाते हैं।
अपने बच्चों को हम जिस बुरी स्थिति में पृथ्वी सौंप रहे हैं, उससे अपने आने वाले जीवन में जलवायु आपदा का असर समझने के लिए वे अभी भी बहुत छोटे हैं।
लेकिन हम जानते हैं कैसे जीवाश्म ईंधन उद्योग और विश्व के नेता हमारे बच्चों के आने वाले भविष्य को लूट रहे हैं और इसीलिए अब हम माता-पिता चुप नहीं रह सकते।
86% CO2 उत्सर्जन का स्रोत हैं जीवाश्म ईंधन, जो जलवायु परिवर्तन का कारण हैं। हमारे जीवाश्म ईंधन की लत के कारण दुनिया के हर देश में बच्चे ज़हरीली हवा में सांस ले रहे हैं, दूसरी ओर तूफान और गर्मी की लहरें गंभीर प्रचंडता के साथ बार बार हमला कर रही हैं।
विश्व के नेता सब जानते हैं और ऐसे भाषण भी देते हैं कि कैसे पृथ्वी पर जलवायु संकट छाया है और हालत बदतर हो रही है। वे स्वीकार करते हैं कि समुद्र का स्तर बढ़ रहा है और जो कमज़ोर और असुरक्षित, इस संकट के लिए सबसे कम जिम्मेदार हैं, वे सबसे ज्यादा पीड़ित हैं, खासकर ग्लोबल साउथ में।
इसके बावजूद जीवाश्म ईंधन रूपी प्रलय एक भागती हुई ट्रेन की तरह बढ़ता जा रहा है और हमारे बच्चों का भविष्य उसकी पटरियों पर बंधा है।
वैश्विक जलवायु लक्ष्यों के मुकाबले हम कोयले, तेल और गैस का दोगुना उत्पादन करने करने की तैयारी में हैं। हमारे नेता जलवायु प्रतिबद्धताओं के बारे में बात करते हैं, जबकि वे खुद हमारे पैसे से जीवाश्म ईंधन परियोजनाओं को मंजूरी और सब्सिडी दे रहे हैं। हमें ताज्जुब होता है कि उनमें हमारे बच्चों से आँख मिलाने की हिम्मत भी कैसे है।
रात में हम अपने बच्चों को कहानियाँ सुनाकर, कसकर गले लगाते हुए सुलाते हैं। लेकिन इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, हमें उस कहानी को बदलना होगा जिसका सामना उन्हें जागने पर करना होगा।
हमें अपने बच्चों के लिए एक नई कहानी, एक नया अध्याय लिखना है। यही कारण है कि हम एकजुट आवाज़ में सरकारों से जीवाश्म ईंधन अप्रसार संधि को विकसित करने और लागू करने के लिए तत्काल वार्ता शुरू करने की मांग कर रहे हैं, इस बाध्यकारी वैश्विक योजना के साथ:
- किसी भी नए कोयले, तेल या गैस उत्पादन का विस्तार समाप्त करना इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (आईपीसीसी) और संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम द्वारा उल्लिखित सर्वोत्तम उपलब्ध विज्ञान के अनुरूप;
- जीवाश्म ईंधन के मौजूदा उत्पादन को निष्पक्ष और न्यायसंगत तरीके से समाप्त करना, जीवाश्म ईंधन पर देशों की निर्भरता और उनकी परिवर्तन क्षमता को ध्यान में रखते हुए;
- अक्षय ऊर्जा तक 100% पहुंच के लिए वैश्विक न्यायपूर्ण परिवर्तनकाल सुनिश्चित करें, निर्भर अर्थव्यवस्थाओं को जीवाश्म ईंधन से बदलाव लाने के लिए समर्थन दें, और न सिर्फ ग्लोबल साउथ बल्कि सभी लोगों और समुदायों को विकास की राह में सक्षम बनाएं।
हमारे बच्चे एक बेहतर, न्यायसंगत दुनिया के हकदार हैं। सीखने, खेलने और रहने के लिए एक सुरक्षित जगह जहां वे बड़े सपने देख सकते हैं और भविष्य की उम्मीद कर सकते हैं। एक ऐसी दुनिया जहां वे स्वच्छ हवा में सांस ले सकें और साफ पानी पी सकें। जहां स्वच्छ, सुलभ और सुरक्षित ऊर्जा उपलब्ध हो। जहां स्वदेशी भूमि और ज्ञान को महत्व और सम्मान दिया जाता है, और हम प्रकृति के साथ संतुलन में रहते हैं।
हम अपने बच्चों से प्यार करते हैं और उनकी रक्षा के लिए कुछ भी करेंगे, इसलिए हम उन्हें ऐसी खंडित और खतरनाक दुनिया सौंपने से इनकार करते हैं। जीवाश्म ईंधन को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने की एक स्पष्ट, वैश्विक योजना सभी बच्चों और आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहतर कहानी का पहला हिस्सा होगी। हमारे बच्चों की खातिर सरकारों को अभी से इसे सच्चाई बनाना होगा।